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Showing posts from April, 2019

तेरा प्यार है तो मुझे क्या कमी है.....

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सोहम तुने ठीक से खाया या नहीं हास्टल में उल्टा पुल्टा मत खा लेना। यहाॅ॓ तो मैं थी डांट कर खाना खिला देती थी वहाॅ॓......फोन पर तो कुछ पता ही नहीं चलता। समय से खाया या नहीं , मधुमीता ने सोहम को डाटते हुते बोला।  तुम उसे अभी तक बच्चा ही समझो ,सब मिलता है वहाॅ॓। राजेश ने फोन लेते हुए कहा ‌ ।और सब ठीक है सोहम ।तेरी मम्मी को सिवाय डांटने के कोई काम नहीं।आप भी समझा नहीं सकते और मुझे ही सुनाओगे मधुमीता ने कहा दोनों मुस्कुरा दिये। कुछ दिन बाद मधुमीता को सोहम ने फोन किया ।मां बड़ा मन कर रहा है आज,  आपके हाथों से बने कभी चावल खाने का। मधुमीता जानबुझ मुस्कुराती अच्छा  हुई बोली अच्छा सब तो मिलता है हास्टल में फिर । अरे वो तो शुरू की बात थी अब बोर हो गया यहाॅ॓। भंरवा भिंडी ,   कढी  चावल और ओओ मां मन कर रहा है जल्दी आ जाऊं घर।  हां सोहम मेरा भी मन वही है। तेरी पसंद का कुछ नहीं बनाने का मन करता तेरे बिना मुॅ॓ह में कहाॅ॓ जायेगा निवाला? गला भर आया मधुमीता का । सोहम समझ गया।रो रही हो? ओहो मां तुम रोने लगी ।मन की बात भी बताना मुश्किल है ।चुप हो जाओ।रोओगी तो मैं आ जाऊंगा।  हां मैं कहां रो रही ह

माॅ॓ आपने चलना सिखाया आओ आपको उड़ना सिखा दूं

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आज सांझ बाहर खड़ी है और अपनी मां का बाहर आने का इंतजार कर रही है सही तो है हर लड़की अगर अपनी मां के लिए लड़े और उसको आत्मनिर्भर बनाएं इससे अच्छा उस मां के लिए कुछ नहीं हो सकता।  सांझ को मां चलना सिखाया था और आज सांझ अपनी मां को उड़ना सीखा  चुकी हैं। इंतजार करते समय सांझ पुरानी यादों में खो जाती है ।उसने कैसे बचपन में अपनी मां को अपने संयुक्त परिवार में एक दूसरों के लिए जीते हुए देखा और माॅ॓  भी है मजबूरी में नहीं करती थी । बहुत खुशी मिलती थी यह सब करने में उसको ।अपने परिवार की जुड़ा महसूस होता था ।जबकि सास -ससुर के अलावा जेठ -जेठानी, नंद उसको कुछ नहीं समझते।  वह कैसे फिरकी की तरह सुबह उठकर एक कमरे से दूसरे और दूसरे से तीसरे कमरे दौड़ती रहती। किसी का टिफिन पैक कराना होता ।सुबह 5:00 बजे उठकर नहाती और उसके बाद उसका दिन रसोई से शुरू होता और रसोई पर खत्म ।किसी को आलू के पराठे चाहिए होते ,कोई पोहा खाता था ,कोई सैंडविच खाता था और वो खुशी खुशी शायद ही कोई भूखा ना चला जाए और अगर जा ही रहा है तो हाथ में बिना टिफिन लिए चला जाए ऐसा तो हो ही नहीं सकता । किसी के लिए जूस बनाने में ।आलस नही